दुःख की सुबह: देवघर में ट्रक-बस की टक्कर ने ली 18 कांवरियों की जान
29 जुलाई 2025 की सुबह झारखंड के देवघर जिले में एक भीषण सड़क हादसे ने श्रद्धालुओं के जीवन चकनाचूर कर दिए। यह हादसा मोहनपुर क्षेत्र के जमुनिया जंगल के पास सुबह लगभग 4:30–5:00 बजे हुआ, जब कांवड़ियों से भरी एक निजी बस और एक गैस सिलेंडर से लदी ट्रक आमने‑सामने टकरा गई। इस आपदा में कुल 18 श्रद्धालुओं की मृत्यु की सूचना मिली है, जबकि आधिकारिक रूप से छह ही मृतकों की पुष्टि हुई है; लेकिन स्थानीय सांसद निश्चिकांत दुबे ने ट्वीट के माध्यम से 18 मौतों की बात कही है The CSR Journal@mathrubhumiwww.ndtv.comNavbharat TimesThe Times of India। मुख्य समाचार एजेंसियाँ भी इस संख्या का समर्थन करती हैं www.ndtv.comThe Times of IsraelDeutsche Welle।
घटना का विवरण
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एक 32-सीटर निजी बस, जिसमें लगभग 35 से 50 कांवड़िये सफर कर रहे थे, देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम जल अर्पित करने के लिए निकली थी ।
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दूसरी ओर एक ट्रक जो रसोई गैस सिलिंडरों से लदा हुआ था, बस के सामने से आ रहा था।
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दुर्घटना उस समय हुई जब संभवतः बस का ड्राइवर जाग नहीं सका या थकान के कारण नियंत्रण खो दिया; रिपोर्ट्स में ड्राइवर के नींद आने की बात भी कही गई है RediffThe Indian ExpressJacksonville Journal-Courier।
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टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का सामने का हिस्सा पूरी तरह कुचल गया, और करीब 100‑200 फीट चलने के बाद दूसरी बाधा (ईंटों का ढेर) से टकराकर बस रुकी The Indian ExpressThe CSR Journal@mathrubhumi।
आश्रितों की आपदा और बचाव प्रयास
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दुर्घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस, जिला प्रशासन, एम्बुलेंस और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने घायलों को बचाने और मृतकों को निकालने का तत्काल कार्य शुरू किया ।
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घायल श्रद्धालुओं को डीओसी, आंबुलेंस और निजी वाहनों के जरिए देगढर सदर अस्पताल और आसपास के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भर्ती कराया गया। आठ घायलों को AIIMS देवघर में विशेष चिकित्सा के लिए स्थानांतरित किया गया है RediffThe Indian ExpressDeshsewak।
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कई घायलों की स्थिति गंभीर बताई गई है, जिससे आने वाले समय में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है The Indian ExpressOrganiser।
शवों की पहचान और प्रशासनिक कार्रवाई
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मृतकों की पहचान हो रही है; पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है।
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त्रासदी पर सांसद निश्चिकांत दुबे ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, “श्रावण मास में देवघर में हुई इस दुर्घटना में 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। बाबा बैद्यनाथ जी उनके परिजनों को दुःख सहने की शक्ति दें।” www.ndtv.comOrganiser।
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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राज्यपाल संतोष गंगवार, तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है RediffThe Times of IsraelDeutsche WelleThe Times of India।
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राज्य सरकार ने सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को ₹1 लाख और घायलों को ₹20,000 का आर्थिक सहायता (ex‑gratia) देने की घोषणा की है Deshsewak।
दुर्घटना के कारण और चुनौतियाँ
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ड्राइवर थकान और नींद: देर रात‑सुबह की यात्रा में कठिनाइयाँ बढ़ जाती हैं, खासकर श्रावण मास के दौरान यात्री लंबे समय तक चलते‑फिरते थके रहते हैं।
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भारित वाहन और क्षेत्रीय सड़क स्थितियाँ: अव्यवस्थित यातायात, खराब सड़कें या दृश्यता की कमी (धुंध‑अँधेरा) दुर्घटना का जोखिम बढ़ाते हैं।
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अनुचित वाहनों का प्रयोग: पर्यटन या धार्मिक यात्राओं में अक्सर ट्रकों या निजी बसों का प्रयोग किया जाता है, जिन्हें उतनी सुरक्षा सुविधाएँ नहीं होती।
श्रद्धालुओं, प्रशासन और समाज के लिए संदेश
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यात्री सतर्कता: भक्तगण चाहे पैदल यात्रा करें या वाहन से, थकान में यात्रा न करें। नियमित विराम लें।
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सरकार और प्रशासन की भूमिका: यात्री वाहन निरीक्षण कड़ा करना, मार्गों पर पुलिस पहरे तैनात रखना, संभावित खतरनाक मार्गों पर चेतावनी राशियाँ लगाना इत्यादि।
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जन‑जागरूकता अभियान: यातायात नियमों का पालन करने का प्रशिक्षण, ड्राइवरों के लिए सेहत संबंधी चेकअप।
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धर्म‑पारंपरिक समितियाँ: कांवड़ यात्रा के आयोजनों में संरक्षित वाहन सहायता शिविर, प्राथमिक चिकित्सा पोस्ट लगवाना।
निष्कर्ष
29 जुलाई 2025 की यह दुर्घटना धार्मिक श्रद्धा की पावन भावना को आघात पहुँचा गई। कई परिवार यह विश्वास रखकर निकले थे कि यात्रा पूजा‑पूजन का माध्यम है, लेकिन गति, थकान, अव्यवस्था ने एक बड़े दुख में तब्दील कर दिया। मृतकों की आत्मा को शांति मिले; घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हो; एवं भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर योजना, नियम और जागरूकता अभियान ज़रूरी है।
इस ब्लॉग के माध्यम से उन 18 कांवड़ियों को श्रद्धांजलि और उनके परिवारों को भी हमारी संवेदनाएँ। हम सब को मिलकर धार्मिक यात्रा की गरिमा और सुरक्षा दोनों की रक्षा करना होगी।
🙏 श्रद्धांजलि के साथ कुछ महत्वपूर्ण बातें:
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यह हादसा 29 जुलाई 2025 की सुबह लगभग 4:30–5:00 बजे Deoghar, Jharkhand में मोहनपुर जिले के Jamuniya जंगल के पास हुआ ।
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मारे गए श्रद्धालुओं की संख्या अलग-अलग स्रोतों में 6 (औपचारिक) और 18 (स्थानीय सांसद द्वारा दावा) बताई जा रही है The Times of IndiaRediffwww.ndtv.com।
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